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Rain Driving

बरसात में वाहन चालन

 मानसून के आगाज़ के साथ ही मौसम सुहाना हो गया हे. हो सकता हे आप इस मौसम का लुत्फ़ अपनी मोटरसाइकल या कार मे घूम कर लेना चाहे. लेकिन बारिश मे भीगी सड़कों ज़मीन पर चलने के लिए अब पहले से ज़्यादा सावधानी की ज़रूरत होगी. जिस प्रकार पानी मे भीगने पर किसी भी फर्श ज़मीन मे फिसलन जाती हे ठीक उसी प्रकार बारिश मे भीगी सतह पर वाहन के पहियों की पकड़ मे भी कमी जाती हे एवं फिसलने की संभावना बढ़ जाती हे. इसके कुछ मुख्य कारण निम्न हे:

पानी की मोजूदगी सतह पर फिसलन पेदा करती हे. गाड़ी मोड़ पर, या ब्रेक लगाने पर आसानी से फिसल सकती हे. बरसात का बहता पानी अपने साथ मिट्टी एवं चिकनाई सड़क पर छोड़ जाता हे. सड़क के किनारे खड़ा वाहन जब पुन: सड़क पर आता हे तो पहिए मैं लगी मिट्टी कुछ दूर तक सड़क पर फिसलन पेदा करती हे.

अतः बरसात मैं गीली सड़को या गीली ज़मीन पर चलते वक्त अतिरिक्त सावधानी की आवश्यकता होती हे. यह भी ध्यान रखने योग्य बात हे की ब्रेक लगते वक्त अचानक तेज़ी से ब्रेक ना लगवें. साथ ही सामान्य स्थितियों के मुक़ाबले कुछ पहले ब्रेक लगवे क्यूंकी गाड़ी रुकने मे सामान्य से अधिक दूरी एवं समय ले सकती हे.

 

बरसात मे अपने वाहन की सर्विसिंग करवा ले और कुछ बातों का विशेष ध्यान रखे:

चौपहिया वाहन:

  • गाड़ी का वाइपर जाँच ले, इसका चालू होना अत्यंत आवश्यक हे.
  • वाइपर का पुराना रबर सख़्त हो जाता हे. नये वाइपर का मुलायम रबर काँच पर पानी को ठीक से साफ करता हे. प्रत्येक तीन साल मे वाइपर बदलवा लें.
  • टायर की जाँच करें, घीसे हुए या कम रबर वाले टायर को बदल दें.
  • वायरिंग एवं बॅटरी टर्मिनल की जाँच करवाए एवं उस पर ग्रीस लगवाएं.
  • मौसम की अत्यधिक नमी बंद कार के विंड्स शील्ड को धुँधला करेगी, ऐसे मे अधिकतर कारों मे मोजूद .सी. ब्लोवर को चालू कर हवा का प्रवाह विंड शील्ड पर जाने दें.
  • चूँकि व्यू बेक मिरर मे सॉफ नही दिखाई देगा अतः लेन बदलते समय अतिरिक्त सावधानी बरते.

दुपहिया वाहन:

  • टायर की जाँच करें.
  • हेंडल की ग्रिप जाँच ले, भीगने पर हेंडल पर हाथ ना फिसले इस प्रकार का ग्रिप लगवाएं.
  • ब्रेक एवं वायरिंग की जाँच करवाए ताकि पानी से शोर्ट सर्किट का खतरा रहे.
  • बंद हेल्मेट मे हवा मे मौजूद नमी सांसो के चलने पर शीशे को धुँधला कर सकती हे, सावधानी बरतें.

सभी चालको हेतु रखी जाने वाली सामान्य सावधानिया : -

सड़कों पर भरा पानी आपके वाहन की तेज गति से उछाल कर अन्य चालकों एवं पैदल चलने वालों के कपड़े खराब कर सकता हे. यदि यह उनकी आँखो मे चला गया तो दुर्घटना की संभावना बढ़ जाती हे, अतः पानी भरने  के स्थान पर गति धीमी करें एवम् कम से कम पानी उछलने दें.

सड़क पर भरे पानी के नीचे गढ्ढे हो जाना सामान्य बात हे. अपने वहां की गति को कुछ कम कर ले. दुपहिया वहां चालक गढ्ढा होने पर बिगड़ने वाले नियंत्रण के लिए अतिरिक्त रूप से तेयार रहे. अचानक आने वाले गढों में नियंत्रण खो कर गिरने की कई घटनाये बरसात में होती रहती हे.

अत्यधिक बारिश में गाड़ी चलने से बचें, अचानक आने वाला तेज हवा हो झोंका आपको लडखडा सकता हे. साथ ही तेज हवाओ में पानी की बोछार आप के स्पष्ट देख सकने की क्षमता को कम करती हे. यदि आपको वहां खडा करना हे तो सड़क से उतर कर या बिलकुल किनारे खडा करे एवं पार्किंग लाइट या इंडिकेटर को चालू रखे ताकि अन्य वाहन चालक आपके वाहन को देख पायें.

इस प्रकार आप इस सुहाने मौसम का आनंद ले सकते हे. कृपया खुद सुरक्षित रहें एवं दूसरो को सुरक्षित रखें.

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